विदारीकंद जड़ी बूटी के फायदे

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विदारीकंद जड़ी बूटी What is Vidarikand

विदारीकंद एक बारहमासी जड़ी बूटी है जिसे आमतौर पर भारतीय कुडज़ू के नाम से जाना जाता है। आयुर्वेद के विशेषज्ञों के अनुसार इसके कंद तथा फूल में सबसे ज्यादा औषधीय गुण मिलते है, और इनके उपयोग से कई बिमारियों का इलाज प्राकृतिक तरीके से संभव है। इस कायाकल्प जड़ी बूटी के कंद (जड़ें) का उपयोग ज्यादातर प्रतिरक्षा बूस्टर और पुनर्स्थापनात्मक टॉनिक के रूप में किया जाता है। विदारीकंद की जड़ें मां के दूध के प्रवाह को बढ़ाने में मदद करती हैं और पुरुषों में वीर्य की गुणवत्ता और मात्रा दोनों को बढ़ाती हैं जिससे इसकी शुक्राणुजन्य संपत्ति के कारण इसकी संख्या और गतिशीलता में वृद्धि होती है। विदारीकंद के खाद्य कंदों का उपयोग सीने में दर्द, गठिया और बुखार के प्रबंधन के लिए भी किया जाता है।, भोजन के बाद दूध के साथ इसका सेवन करने से आपको अधिकतम लाभ मिलेगा, विदारीकंद को अपने आहार में शामिल करने से त्वचा में निखार आता है और चमक बढ़ती है।

विदारीकंद के फायदे

विदारीकंद एक प्रकार का पौधा होता है जिसकी जड़ जमीन के अन्दर होती है और उसमे कंद लगे होते है। ये हिमालय के तराई क्षेत्रो में तथा नदी नालो के किनारे देखने को मिलती है। जो पुरुष/महिला दुबले तथा कमजोर हो, जो कोई भी कार्य करने में जल्दी थक जाते हो उनके लिए विदारी का प्रयोग सर्वोत्तम है। विदारीकंद शरीर में रस, मांस एवं शुक्रधातु की वृद्धि करता है Vidari ke fayde जिससे शारीरिक कमजोरी और दुर्बलता से छुटकारा मिलती है और शरीर ताकतवर बनता है।

मां के स्तनों में दूध प्रवाह की वृद्धि

जिन महिलाओ में जनन (प्रसव ) के बाद बच्चे को पिलाने के लिए स्तनों में दूध की कमी होती है उनके लिए विदारी बहुत ही फायदेमंद मन गया है। विदारी का (4 -5 ग्राम) चूर्ण दोनों टाइम दूध के साथ लेने से माताओं में दूध की पूर्ति होती है। तथा प्रसव के बाद गर्भाशय के दर्द से राहत मिलती है।

खून की कमी को करे दूर

खून की कमी से शारीरिक विकास रुक जाता है तथा इंसान जल्दी थक जाते है, खून की कमी से शारीर में एनीमिया रोग का जन्म होता है. ऐसे लोग हमेशा रोगग्रस्त रहते है विदारी के प्रयोग से खून की कमी दूर होती है और शरीर स्वस्थ्य होता है।

मासिक धर्म में अधिक रक्तस्राव में लाभदायक

मासिक धर्म कोई बीमारी नहीं है ये स्त्रियों में होना नेचुरल बात है, जिसमें गन्दा खून बाहर निकल जाता है। परन्तु कुछ महिलाओ का स्वस्थ्य खून भी अधिक मात्रा में गिरने लगता है। असहनीय पीड़ा होती है जिसके कारण कमजोरी होने लगती है। विदारी के उपयोग से मासिक धर्म के समय अधिक रक्तस्राव होना बंद हो जाता है तथा दर्द से छुटकारा मिलता है।

यौन दुर्बलता में लाभदायक

पुरुषों में वीर्य की गुणवत्ता और मात्रा दोनों को बढ़ाती हैं जिससे इसकी शुक्राणुजन्य संपत्ति के कारण इसकी संख्या और गतिशीलता में वृद्धि होती है। पुरुषो/महिलाओ में सेक्सुअल हॉर्मोन्स (Sexual hormones) के कम हो जाने के कारण यौन संबंधित कई सारी समस्याएं सामने आती है जैसे – शीघ्रपतन, कमजोर इरेक्शन, कामेक्षा में कमी, उत्तेजना में कमी इत्यादि। विदारी के उपयोग से शुक्र धातु तथा सेक्सुअल हॉर्मोन्स टेस्टोस्टेरोन में बृद्धि होती है और यौन दुर्बलता दूर होती है।

विदारीकंद के नुकसान

वैसे तो विदारीकंद के कोई गंभीर नुकसान नहीं है परन्तु किसी भी जड़ी-बूटी के अधिक सेवन से शरीर को फायदों से ज़्यादा नुकसान हो सकते हैं।

  1. 1) शोधों के अनुसार विदारीकंद के अधिक मात्रा और लम्बे समय तक सेवन से लोगो में एलर्जी होने की संभावना बढ़ सकती है।
    2) ज्यादा मात्रा में सेवन करने से त्वचा व पेट सम्बंधित समस्याएं हो सकती है।
    3) ज्यादा मात्रा में सेवन से पेट में ऐठन, मरोड़ व दस्त का लग सकती है।
    4) अधिक सेवन से त्वचा में खुजली और चकत्ते हो सकते हैं।
    5) ज्यादा मात्र में सेवन से उल्टी हो सकती है।

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