कौंच के बीज के फायदे – Benefits of Kaunch Beej

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कौंच बीज जिसे “म्यूकुना प्रुरिएंस” (Mucuna Pruriens) के नाम से भी जाना जाता है, एक प्राचीन आयुर्वेदिक औषधि है। इसे हिंदी में “कपिकाच्चू” और संस्कृत में “अत्मगुप्ता” कहा जाता है। यह पौधा मुख्य रूप से उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है और इसके बीज औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। काउंच बीज का उपयोग कई शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार में किया जाता है।

कौंच के बीज के फायदे – Benefits of Kaunch Beej (Mucuna Pruriens)
1. ऊर्जा और सहनशक्ति बढ़ाना
कौंच बीज को प्राकृतिक ऊर्जा बूस्टर माना जाता है। इसका सेवन शरीर की ऊर्जा और सहनशक्ति को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे थकान और कमजोरी को कम किया जा सकता है।

2. तंत्रिका तंत्र का समर्थन
कौंच बीज में प्राकृतिक रूप से डोपामिन बढ़ाने वाले तत्व होते हैं। डोपामिन एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो मस्तिष्क के कार्य को सुधारने और तनाव, अवसाद और चिंता को कम करने में मदद करता है।

3. प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार
कौंच बीज का सेवन पुरुषों और महिलाओं दोनों के प्रजनन स्वास्थ्य को बढ़ाने में सहायक होता है। यह पुरुषों में स्पर्म की गुणवत्ता और मात्रा को बढ़ाने और महिलाओं में प्रजनन क्षमता में सुधार करने में मदद करता है।

4. पार्किंसन रोग के उपचार में सहायक
कौंच बीज में L-DOPA होता है, जो डोपामिन का पूर्ववर्ती है। पार्किंसन रोग में डोपामिन की कमी होती है, इसलिए यह बीज रोग के लक्षणों को कम करने में सहायक हो सकता है।

5. मधुमेह में सहायक
कौंच बीज का सेवन ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे मधुमेह रोगियों को लाभ हो सकता है।

6. पाचन तंत्र में सुधार
कौंच बीज पाचन तंत्र को मजबूत बनाने और कब्ज जैसी समस्याओं को कम करने में मदद करता है। इसका सेवन पाचन एंजाइमों के स्राव को बढ़ावा देता है।

7. एंटीऑक्सीडेंट गुण
कौंच बीज में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर को मुक्त कणों से बचाने और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने में मदद करते हैं।

कौंच बीज के नुकसान ( kauch beej se nuksan in hindi)

1. अधिक सेवन के दुष्प्रभाव
कौंच बीज का अत्यधिक सेवन हानिकारक हो सकता है। इससे उल्टी, पेट में दर्द, और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

2. एलर्जी
कुछ लोगों को कौंच बीज से एलर्जी हो सकती है, जिससे त्वचा पर खुजली, लालिमा, और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

3. गर्भावस्था और स्तनपान
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को काउंच बीज का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए, क्योंकि इसके प्रभावों पर पर्याप्त अनुसंधान नहीं हुआ है।

4. मेडिकल इंटरैक्शन
कौंच बीज का सेवन कुछ दवाओं के साथ मिलाकर नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह दवाओं के प्रभाव को बदल सकता है। विशेष रूप से पार्किंसन रोग की दवाओं और एंटीडिप्रेसेंट्स के साथ इसे सावधानीपूर्वक लेना चाहिए।

5. कमजोर पाचन तंत्र
कमजोर पाचन तंत्र वाले लोगों को काउंच बीज का सेवन सावधानीपूर्वक करना चाहिए, क्योंकि यह पाचन तंत्र पर असर डाल सकता है।
Benefits of Kaunch Beej (Mucuna Pruriens)
उपयोग और सेवन की विधि
1. चूर्ण
कौंच बीज का चूर्ण आयुर्वेदिक दुकानों में आसानी से उपलब्ध होता है। इसे पानी, दूध या शहद के साथ मिलाकर सेवन किया जा सकता है।

2. कैप्सूल
कौंच बीज कैप्सूल के रूप में भी मिलता है, जो उपयोग में आसान और सुरक्षित माना जाता है।

3. आयुर्वेदिक तैयारियां
कौंच बीज कई आयुर्वेदिक तैयारियों का हिस्सा होता है, जैसे चूर्ण, लेह्य, और काढ़ा।

सेवन की मात्रा (Kaunch Beej Powder Benefits in Hindi)
काउंच बीज का सेवन मात्रा व्यक्ति की उम्र, स्वास्थ्य और अन्य परिस्थितियों पर निर्भर करता है। आमतौर पर, वयस्कों के लिए दिन में 3-5 ग्राम चूर्ण की खुराक सुरक्षित मानी जाती है, लेकिन किसी भी आयुर्वेदिक औषधि का सेवन करने से पहले चिकित्सक से परामर्श लेना महत्वपूर्ण है।

कौंच बीज : लाभ, सावधानियां और खुराक

क्या कौंच बीज टेस्टोस्टेरोन बढ़ाता है?
कौंच के बीज पुरुष और महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने में मदद करते हैं। दरअसल इसमें प्रोलैक्टिन नाम का हार्मोन पाया जाता है, जो प्रजनन, मेटाबॉलिज्म और इंम्‍यूनोरेगुलेटरी कार्यों के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है।

क्या कौंच बीज से स्पर्म काउंट बढ़ता है?
कौंच के बीज पुरुषों के लिहाज से बेहद लाभकारी होते हैं. इन बीजों का नियमित सेवन पुरुषों में स्पर्म काउंट बढ़ाने के साथ ही उसकी क्वालिटी में सुधार लाता है

कौंच के बीज कितने प्रकार के होते हैं?
कौंच के बीज दो प्रकार के होते हैं। एक वो जिनकी खेती की जाती है और दूसरे वो जो जंगल में अपने आप उग आते हैं। कौंच के बीज का इस्तेमाल का उपयोग कई गम्भीर बीमारियों जैसे मिर्गी ,पार्किंसन्स, इनफर्टिलिटी और सेक्सुअल पावर बढ़ाने के लिए भी किया जाता है।

कौंच बीज कब खाना चाहिए?
​कौंच बीज पाउडर का सेवन कैसे करें

कौंच बीज पाउडर का इस्तेमाल करना काफी आसान है। आधा चम्मच कौंच बीज के चूर्ण को शहद या फिर एक कप गर्म दूध में मिलाएं।

क्या मैं कौंच बीज का पाउडर पानी के साथ ले सकता हूं?
कौंच बीज का चूर्ण या पाउडर शहद, दूध या गुनगुने पानी के साथ लिया जा सकता है ।

कौंच के बीज कितने दिन तक खाना चाहिए?
कौंच के बीज महिला और पुरुष दोनों के लिए फायदेमंद होते हैं। यह आयुर्वेद की दुकान पर आसानी से मिल जाते हैं। अगर रोज इसके पाउडर को दूध में मिलाकर पिया जाए तो 7 दिन में ही यह बॉडी का स्टेमिना बढ़ाने में मदद करता है।

कौंच के बीज खाने से क्या क्या फायदे होते हैं?
कौंच के बीज प्रोटीन का एक बेहतरीन स्रोत हैं|

 

 

 

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